फ्यूचर ग्रुप की कंपनी फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) ने कहा है कि वह रिलायंस रिटेल द्वारा कब्जा किए गए अपने स्टोर्स वापस लेने को प्रतिबद्ध है। शेयर बाजारों को दी जानकारी में कंपनी ने कहा कि रिलायंस रिटेल का यह कदम उसके लिए चौंकाने वाला है। इतना ही नहीं, उसके इस कदम ने दिसंबर, 2021 में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के आदेश के बाद बन रहे सकारात्मक माहौल को भी जटिल कर दिया है।
अपने बयान में कंपनी का कहना था कि वह और उसका निदेशक बोर्ड सभी साझेदारों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। रिलायंस रिटेल ने एफआरएल के ऐसे 300 स्टोर्स को पिछले महीने कब्जे में ले लिया था, जिनका लीज भुगतान कंपनी नहीं कर पाई थी। रिलायंस रिटेल ने उसके कर्मचारियों को भी नौकरी पर रख लिया। एफआरएल ने शेयर बाजारों को बताया कि उसे आरआइएल के इस कदम पर सख्त आपत्ति है। उसने आरआइएल को नोटिस भेजकर पिछले कुछ समय के दौरान उसके ऐसे सभी कदम वापस लेने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि एफआरएल ने अगस्त, 2020 में आरआइएल के हाथों अपने अधिकांश कारोबार बेचने संबंधी एक सौदा किया था। अमेरिकी रिटेल दिग्गज अमेजन इंक ने फ्यूचर ग्रुप की कंपनी फ्यूचर कूपंस लिमिटेड में वर्ष 2019 में किए गए एक निवेश का हवाला देते हुए इस सौदे का विरोध किया। अमेजन ने इस सौदे को विभिन्न राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर चुनौती दी और वर्तमान में यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इस सप्ताह बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह इस मामले की अगली सुनवाई 23 मार्च को करेगा और कुछ फैसले सुनाएगा।
बता दें कि 2019 में अमेजन और फ्यूचर व्यावसायिक भागीदार बन गए थे, जब अमेरिकी कंपनी ने भारतीय समूह की एक इकाई में 200 मिलियन डॉलर का निवेश किया था।
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